दे सलामी इस तिरंगे को,
जिससे तेरी शान है,सर हमेशा ऊँचा रखना इसका,
जब तक दिल में जान है। ये बात हवाओं को भी बताये रखना,
रौशनी होगी चिरागों को भी जलाये रखना,
लहू देकर जिसकी हिफाजत की हमने,
ऐसे तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना। देश पर जिसका खून ने खौले,
खून नहीं वो पानी है,
जो देश के काम न आए वो बेकार जवानी हैं। लिख रहा हूँ मैं अंजाम जिसका कल आगाज आएगा,
मेरे हर एक लहू का कतरा इकलाब लाएगा,
मैं रहूँ या न रहूँ पर यह वादा है तुमसे मेरा की,
मेरे बाद वतन पर मरने वालों का सैलाब आएगा। खूब बहती है अमन की गंगा बहने दो,
मत फैलाओ देश में दंगा रहने दो,
लाल हरे रंग में मत बांटों हमको,
मेरे छत पर एक तिरंगा रहने दो। तैरना है तो समंदर में तैरों नालों में क्या रखा है,
प्यार करना है तो देश से करो औरों में क्या रखा है। नजारे नजर से ये कहने लगे,
नयन से बड़ी कोई चीज नहीं,
तभी मेरे दिल ने ये आवाज दी,
वतन से बड़ी कोई चीज नहीं। वतन हमारा ऐसा कोई छोड़ ना पाए,
रिश्ता हमारा ऐसा कोई तोड़ ना पाए,
दिल हमारा एक है एक हमारी जान है,
हिंदुस्तान हमारा है और हम इसकी शान हैं। ना जियो धर्म के नाम पर,
ना मरो धर्म के नाम पर,
इंसानियत ही है धर्म वतन का,
बस जियो वतन के नाम पर। मोहब्बत का दूसरा नाम है मेरा देश,
अनेकों में एकता का प्रतीक है मेरा देश,
चंद गैरों की सुनना मुझे गँवारा नहीं,
हिंदू हो या मुस्लिम सभी का प्यारा है मेरा देश। गूंज रहा है दुनिया में भारत का नगाड़ा,
चमक रहा आसमान में देश का सितारा,
आजादी के दिन आओ मिलकर करें दुआ,
बुलंदी पर लहराता रहे तिरंगा हमारा। वतन हमारा मिसाल मोहब्बत की,
तोड़ता है दीवार नफरत की,
मेरी खुशनसीबी है जो मिली जिंदगी इस चमन में,
भुला ना सकेंगे इसकी खुशबू सातों जन्म में। वतन हमारा शान-ए-जिंदगी,
वतन परस्ती है वफा-ए-जमी,
देश के लिए मर मिटने कुबूल है हमें,
अखंड भारत के सपने का जुनून है हमें। सीने में जुनून और आंखों में देशभक्ति की चमक रखता हूँ,
दुश्मन की सांसे थम जाए आवाज में इतनी धमक रखता हूं। जिसका ताज हिमालय है,
जहां बहती है गंगा,
जहां अनेकता में एकता है,
सत्यमेव जयते जहाँ नारा है,
वह भारत देश हमारा है। देशभक्ति के तराने गाएं,
आओ स्वतंत्रता दिवस मनाए,
दुश्मनों की है हम पर कुटिल नजर,
आतंकवाद के रूप में ढा रहे कहर। तिरंगा आन है अपनी तिरंगा शान है अपनी,
न धन-दौलत न शोहरत बस तिरंगा शान है अपनी,
सभी इस बात को मन के हर एक पन्ने पर लिख लेना,
यही गीता यही बाइबल यही कुरआन है अपनी। मुझे तन चाहिए ना धन चाहिए,
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए,
जब तक जिंदा हूं मातृभूमि के लिए,
और जब मरू तो तिरंगा कफन चाहिए। खुशनसीब है वे जो वतन पर मिट जाते हैं,
मरकर भी वो लोग अमर हो जाते हैं,
करता हूं उन्हें सलाम ए वतन पर मिटने वालों,
तुम्हारी हर सांस में तिरंगे का नसीब बसता है। इश्क तो करता है हर कोई,
महबूब पर मरता है हर कोई,
कभी वतन को महबूब बना कर देखो,
तुझ पर मरेगा हर कोई।
कभी वतन को महबूब बना कर देखो,
तुझ पर मरेगा हर कोई।
मैं भारत का हर दम सम्मान करता हूं,
यहां की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूं,
मुझे चिंता नहीं स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफन बस यही अरमान रखता हूं। चलो फिर से वो नजारा याद कर लें,
शहीदों के दिल में थी जो ज्वाला वो याद कर लें,
जिसमें बहकर आजादी पहुंची थी किनारे पर,
बलिदानियों के खून की वो धारा याद कर लें।
गुलाम बने इस देश को आजाद तुमने कराया है,
सुरक्षित जीवन देकर तुमने कर्ज़ अपना चुकाया है,दिल से तुमको नमन है करते,
ये आजाद वतन जो दिलाया है। आओ देश का सम्मान करें,
शहीदों की शहादत याद करें,
एक बार फिर से राष्ट्र की कमान,
हम हिंदुस्तानी अपने हाथ धरे,
आओ स्वतंत्रता दिवस का मान करें। तिरंगा लहरायेंगें,
भक्ति गीत गुनगूनायेंगें,
वादा करो इस देश को,
दुनिया का सबसे प्यारा देश बनायेंगें। वतन पर जो फिदा होगा, अमर वो हर नौजवान होगा,
रहेगी जब तक दुनिया ये, अफसाना उसका बयाँ होगा। आजादी की कभी शाम ना होंगे देंगे,
शहीदों की कुर्बानी बदनाम ना होने देंगे,
बची है लहू की एक बूँद भी रगों में,
तब तक भारत माता का आँचल नीलाम ना होने देंगे।
काले गोरे का भेद नहीं,
इस दिल से हमारा नाता है,
कुछ और न आता हो हमको,
हमें प्यार निभाना आता है।
इस दिल से हमारा नाता है,
कुछ और न आता हो हमको,
हमें प्यार निभाना आता है।